सफर,
जो बचपन से चला।
सफर,
जो अंगुली पकड़कर मिला।।
सफर,
जिसने बड़ा किया।
सफर,
जिसने खड़ा किया।।
सफर,
जो हाथ से सिर पर आया।
सफर,
जो बना मेरा साया।।
सफर,
जो मंजिल तक जाए।
सफर,
जो राहें खुद बनाये।।
एक सफर है जीवन का,
एक इरादा भी मन का।
जब दुनिया पीछे रह जाए,
सफर ये पूरा हो जाए।।
जो बचपन से चला।
सफर,
जो अंगुली पकड़कर मिला।।
सफर,
जिसने बड़ा किया।
सफर,
जिसने खड़ा किया।।
सफर,
जो हाथ से सिर पर आया।
सफर,
जो बना मेरा साया।।
सफर,
जो मंजिल तक जाए।
सफर,
जो राहें खुद बनाये।।
एक सफर है जीवन का,
एक इरादा भी मन का।
जब दुनिया पीछे रह जाए,
सफर ये पूरा हो जाए।।
Nice one
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