खुशहाल थी दुनिया,
खुशहाल था ये देश।
आ गया कोरोना,
पार कर के विदेश।।
खुश थे हम परवाने थे,
अपने देश में दीवाने थे।
फैल गया ये बेरहम,
जिससे हम अनजाने थे।।
छाया लोगो पर इसका साया,
किसी पर इस ने तरस ना खाया।
कभी सर्दी, कभी ज़ुखाम,
कभी बन के बदन दर्द सताया।।
पर एक बात इसने ना जानी,
गलत जगह आने की ठानी।
हम है इस देश के लोग,
जिसकी नारी भी है मर्दानी।।
आओ हम सब साथ करे,
घर में रहे और काम करे।
स्वच्छ बने और साफ रहे,
नित नित हम व्यायाम करे।।
एक सावधानी से हमारी,
इसका हर निशान मिटेगा।
दुश्मन जीत ना पाया हमसे,
ये कोरोना क्या जीतेगा।।
Wow ma'am that's a great one
ReplyDeletethank you sir..
Deleteप्लेग , सार्स , ईबोला के बाद अब corona है l
ReplyDeleteपापा स्वस्थ , मम्मी स्वस्थ , स्वस्थ मुझे और दीदी को रहना है ।
सब स्वस्थ रहे इसके लिए एक ख्वाब सजोना है ।
मास्क लगाए बाहर जाए तो , घर आकर हाथ धोना है
अपने रोजमर्रा की जिंदगी में एक धागा यह पिरोना है ।
great..
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