तेरा हर रोज़ इंतज़ार है,
तुझसे ज़िन्दगी गुलज़ार है।
आशिक़ नहीं है ये मेरा,
ये मेरे ख्वाबों की बहार है।।
ऐसा है एक देखा सपना,
नया जहां हो मेरा अपना।
मेरी अपनी ही सरकार है
इस ख्वाब का इंतज़ार है।।
होगा सपना सच एक दिन,
दिन तो हम भी रहे है गिन।
फिर भी मन बेकरार है,
बस उस दिन का ही इंतजार है।।
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